तो.. इन कारणों से अचानक से बढ़ जाता है स्तनों का आकार!
INA HELTH DESK - महिलाओं के जीवनकाल के अलग अलग पड़ाव में स्तनों के आकार में बदलाव आना एकदम से सामान्य सी बात हैं। कभी कभी खानपान के बदलाव के कारण भी और प्रेग्नेंसी में भी महिलाओं के स्तनों के आकार एकदम से बढ़ जाते हैं। यह बदलाव हालांकि बहुत सी महिलाओं को परेशान कर सकता है,
जहां कुछ महिलाएं नॉर्मल ब्रेस्ट साइज पसंद करती है तो वहीं कुछ महिलाओं को कर्वी ब्रेस्ट ज्यादा पसंद होते हैं। ब्रेस्ट साइज को नेचुरली कम करने के लिए अपनाए ये 20 तरीके महिलाओं में वजन बढ़ने पर उनके स्तनों का आकार भी बढ़ने लगता है। चूंकि स्तन फैटी सेल्स से बने होते हैं इसलिए वजन बढ़ने के साथ उनका आकार भी बढ़ता है। ज्यादातर महिलाएं अपने शरीर में आए इस परिवर्तन को इग्नोर कर देती हैं या उन्हें पता नहीं चलता है। आइए जानते है कि अचानक से किन कारणों की वजह से ब्रेस्ट साइज में अचानक से बदलाव आ जाते है।
पीरियड्स
पीरियड्स में मासिक चक्र के दौरान अंडोत्सर्ग के बाद शरीर में प्रोजेस्टेरॉन और एस्ट्रोजन हार्मोन्स का स्तर बढ़ने की वजह से महिलाओं के स्तन न सिर्फ अचानक से बड़े होने लगते हैं बल्कि इस वजह से वह बहुत नाजुक भी हो जाते हैं। प्रेग्नेंसी में प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में बहुत से हार्मोनल बदलाव होते हैं। इस वजह से भी स्तनों के आकार में अचानक वृद्धि देखी जाती है। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के स्तनों के ऊतको में रक्त प्रवाह बढ़ जाता है। इस वजह से भी स्तनों का आकार बढ़ जाता है। प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के स्तन में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं। प्रेग्नेंसी के आखिरी चरण तक महिलाओं को स्तनों में कई बदलाव देखने को मिलते हैं।
वजन बढ़ने की वजह से
जहां कुछ महिलाएं नॉर्मल ब्रेस्ट साइज पसंद करती है तो वहीं कुछ महिलाओं को कर्वी ब्रेस्ट ज्यादा पसंद होते हैं। ब्रेस्ट साइज को नेचुरली कम करने के लिए अपनाए ये 20 तरीके महिलाओं में वजन बढ़ने पर उनके स्तनों का आकार भी बढ़ने लगता है। चूंकि स्तन फैटी सेल्स से बने होते हैं इसलिए वजन बढ़ने के साथ उनका आकार भी बढ़ता है। ज्यादातर महिलाएं अपने शरीर में आए इस परिवर्तन को इग्नोर कर देती हैं या उन्हें पता नहीं चलता है। आइए जानते है कि अचानक से किन कारणों की वजह से ब्रेस्ट साइज में अचानक से बदलाव आ जाते है।

पीरियड्स में मासिक चक्र के दौरान अंडोत्सर्ग के बाद शरीर में प्रोजेस्टेरॉन और एस्ट्रोजन हार्मोन्स का स्तर बढ़ने की वजह से महिलाओं के स्तन न सिर्फ अचानक से बड़े होने लगते हैं बल्कि इस वजह से वह बहुत नाजुक भी हो जाते हैं। प्रेग्नेंसी में प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में बहुत से हार्मोनल बदलाव होते हैं। इस वजह से भी स्तनों के आकार में अचानक वृद्धि देखी जाती है। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के स्तनों के ऊतको में रक्त प्रवाह बढ़ जाता है। इस वजह से भी स्तनों का आकार बढ़ जाता है। प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के स्तन में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं। प्रेग्नेंसी के आखिरी चरण तक महिलाओं को स्तनों में कई बदलाव देखने को मिलते हैं।
वजन बढ़ने की वजह से
वजन बढ़ने की वजह
से वजन बढ़ने
की वजह से
स्तनों के आकार
में वृद्धि होना
सामान्य लक्षण है। दरअसल
स्तन, स्तन ऊतकों,
नलिकाओं, लोब्यूल्स और फैट
टिश्यूज से मिलकर
बना होता है।
ऐसे में जब
भी शरीर का
वजन बढ़ता है
स्तनों का आकार
भी बढ़ता है।
शारीरिक संबंध
यौन संबंध की वजह
से शारीरिक संबंध
बनाने तथा फोरप्ले
की वजह से
भी स्तनों के
आकार में वृद्धि
होती है। यौन
संबंध बनाने की
वजह से हार्ट
रेट और रक्त प्रवाह
बढ़ जाता है।
इस वजह से
नसें थोड़ी सी
फूल जाती है
और स्तनों
के आसपास सूजन
सी आ जाती
है। इस वजह
से इस दौरान
ब्रेस्ट का
साइज बढ़ जाता
है।
गर्भनिरोधक दवा
गर्भनिरोधक दवाओं
से गर्भ निरोधक
दवाओं में कुछ
ऐसे तत्व पाए
जाते हैं जो
स्तनों के आकार
को बढ़ाने का
काम करते हैं।
इन दवाईयों में
एस्ट्रोजन की
मात्रा ज्यादा
होती है जिनकी
वजह से भी
स्तनों के
आकार में एकदम
से बदलाव आ
जाता है।
यौवन
यौवन
की वजह से
लड़कियों में स्तनों के
आकार में बदलाव
आने की मुख्य कारण
होता है यौवन।
यौवन की दहलीज
में कदम रखते
ही लड़कियों के
शरीर में काफी
कुछ बदलाव आता
है। हार्मोनल बदलाव
की वजह से
लड़कियों के स्तनों के
आकार में बदलाव
आता है। उम्र
के इस पड़ाव
में यह बदलाव
बहुत ही सामान्य है।
स्तनों में गांठ
अगर आपको स्तनों के
आकार में बदलाव
नजर आ रहा
है और उसे
दबाने पर गांठ
जैसी महसूस हो
रही है तो
आपको डॉक्टर
के पास जाने
की जरुरत है।
स्तनों में गांठ
होने की वजह
से भी स्तनों
का आकार बढ़
जाता है। इससे
निजात पाने के
लिए मेडिकल ट्रीटमेंट
की जरूरत होती
है।
व्यायाम
व्यायाम न
करने से व्यायाम
न करने की
आदत और फैट
बढ़ाने वाले फूड्स
का सेवन स्तनों
का आकार बढ़ाने
के लिए जिम्मेदार
होते हैं। ऐसा
इसलिए भी कहा
जा सकता है
क्योंकि जब बहुत
सी महिलाओं ने
जब वजन घटाया
तब उनके स्तनों
का आकार भी
कम हुआ था।
मेनोपोज
मेनोपोज के बाद
अगर स्तनों
के आकार में
बदलाव आता है,
ये फैटी टिश्यूज के
वजह से भी
हो सकता है।
मेनोपोज के बाद
अचानक से ग्रांथियों
के अनुपात में
कमी और फैटी
टिश्यूज के
बढ़ने की वजह
से भी स्तनों का
आकार बढ़ा हुआ
लगता है। जंक
फूड्स जंक फूड्स
के प्रयोग के
कारण भी महिलाओं
और लड़कियों के
स्तनों में तेजी
से परिवर्तन होता
है। शोधों से
यह बात पता
चली है कि
स्तनों के आकार
में वृद्धि के
लिए जंक फूड्स
भी जिम्मेदार होते
हैं।
प्रेग्नेंसी
ब्रेस्टफीडिंग
प्रेग्नेंसी के बाद
कई महिलाओं
को स्तनों
के आकार में
बदलाव नजर आते
है, इसकी एक
वजह ब्रेस्टफीडिंग
भी होती है।
ब्रेस्टफीड कराने
के वजह से
प्रोलेक्टिन का उत्पादन होता
है जिससे ब्रेस्टसाइज का आकार
बढ़ता है। एल्कोहोल एल्कोहोल
की वजह से
भी महिलाओं के
ब्रेस्ट साइज
में फर्क आता
है। इस विषय
में हो चुकी
100 से ज्यादा
शोध में यह
बात सामने आई
है कि जो
महिलाएं शराब की
आदी होती हैं
उनका हार्मोन लेवल
प्रभावित होता है
जिससे उनके ब्रेस्ट साइज
प्रभावित होते हैं,
साथ ही उन्हें ब्रेस्ट कैंसर
का खतरा सबसे
ज्यादा रहता
है।
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