पहले योजना थी कि अंतिम संस्कार के बाद या मंगलवार को ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू की जाए, पर ग्रामीणों के गुस्से से बने दबाव के बाद सोमवार को ही कार्रवाई कर दी गई। पुलिस और प्रशासन की टीम ने पीआरडी जवान बख्तावर का मकान लगभग पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। बख्तावर को लेकर एक पक्ष के लोगों में खासा रोष था। बताया गया कि पीआरडी में होने की वजह से उसकी थाने में अच्छी पकड़ थी। गांव में छोटा-मोटा विवाद होने पर वह अपने हिसाब से कार्रवाई कराता था।
खासकर एक समुदाय के लोगों को फंसाने में उसकी खास रुचि रहती थी। पुलिस भी उसी की बात को प्राथमिकता देती थी। इसीलिए ताजिया निकालने के दौरान गलत रास्ते पर उसे ले जाने की शिकायत के बाद भी पुलिस ने कुछ नहीं किया। उल्टे शिकायतकर्ताओं को ही डपटकर भगा दिया था। एसएसपी ने प्रारंभिक जांच के बाद बख्तावर के करीबी सिपाही नफीस अहमद को निलंबित कर दरोगा समेत चार को लाइन हाजिर कर दिया था।धनेटा शीशगढ़ रोड पर बने इरशाद एवं आरिफ का जीना बुनियाद अतिक्रमण के रूप में चिह्नित किए गए थे। वहीं, विवाद का साजिशकर्ता बख्तावर, बाबू, हसन अली, कादर अली, हनीफ, हसीन और रियासत के घरों का कुछ हिस्सा ग्राम पंचायत ने अपनी भूमि पर पाया।
यहां ग्राम पंचायत टीम की ओर से लाल निशान लगाए गए थे। सभी दस मकानों को संकरी गलियों में बुलडोजर चलाकर तोड़ा गया। एसडीएम तृप्ति गुप्ता ने बताया कि कुल 15 मकान चिह्नित किए गए हैं। रास्ते में मलबा गिरने से बुलडोजर को आगे ले जाने में दिक्कत हो रही थी। अब मलबा हटवाकर बाकी अतिक्रमण भी ढहाया जाएगा।सुबह ही शाही, शीशगढ़, देवरनिया, शेरगढ़, भोजीपुरा, फतेहगंज पश्चिमी, मीरगंज, बिथरी चैनपुर, भुता थानों की पुलिस गौसगंज पहुंच गई। दो गाड़ियों में भरकर पीएसी के जवान भी मौके पर पहुंच गए थे।
तेजपाल की मौत के बाद गांव में आक्रोश को देखते हुए मीरगंज विधायक डॉ. डीसी वर्मा व एसपी दक्षिणी मानुष पारीक ने आरोपियों के खिलाफ और कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। कहा कि आरोपियों को किसी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। आप लोग अंत्येष्टि करें। आरोपियों की रिश्तेदारियों में दबिश देकर गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है। सोमवार को भी कुछ लोग पकड़े गए।
0 Comments
Welome INA NEWS, Whattsup : 9012206374