NEW DELHI - दिल्ली महिला आयोग की टीम ने एक बाल विवाह को रोकने में कामयाबी पाई है. महिला आयोग की हेल्पाइन 181 पर शिकायत मिली कि दिल्ली के पालम में 13 साल की एक लड़की की जबरदस्ती शादी की जा रही है. आयोग को यह शिकायत कुरुक्षेत्र के चाइल्ड हेल्पलाइन से मिली थी. शिकायतकर्ता ने बताया कि 13 साल की नाबालिग लड़की की 25 साल के एक शख्स से शादी की जा रही है.
आयोग ने शिकायत मिलने पर तुरंत अपनी एक वरिष्ठ काउंसलर को लड़की से मिलने पालम उसके घर भेजा. आयोग की टीम यह देख कर चकित रह गई कि लड़की को शादी का जोड़ा पहनाया गया था और उसको शादी के लिए उत्तर प्रदेश ले जाया जा रहा था. यह भी पता चला कि लड़की एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखती है, उसकी मां एक घरों में काम करती है, जबकि लड़की के पिता दिहाड़ी मजदूर हैं.
दिल्ली महिला आयोग ने तुरंत इस मामले की सूचना पुलिस को दी. दिल्ली पुलिस तुरंत वहां पहुंची और शादी को रुकवाया. नाबालिग लड़की ने काउंसलिंग के दौरान बताया कि दूल्हे के 35 वर्षीय भाई ने कुछ समय पहले उसका यौन शोषण किया था, अब वह अपने भाई से उसकी शादी करवा रहा था.
लड़की को पहले बाल कल्याण समिति भेजा गया जहां से उसे शेल्टर होम में भेज दिया गया. अब महिला आयोग उसके पुनर्वास के लिए प्रयास करेगा. महिला आयोग ने इस बात पर कड़ी आपत्ति जताई है कि अभी तक इस मामले में एफआईआर क्यों नहीं हुई है. आयोग ने दिल्ली पुलिस को एफआईआर दर्ज करने के लिए नोटिस भेजा है.
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा, "यह बहुत ही शर्मिंदगी की बात है कि आधुनिक भारत में भी राजधानी में लड़कियों का बाल विवाह हो रहा है. मैं उस आदमी का धन्यवाद करना चाहती हूं जिसने आयोग को इस मामले की सूचना दी."
आयोग ने शिकायत मिलने पर तुरंत अपनी एक वरिष्ठ काउंसलर को लड़की से मिलने पालम उसके घर भेजा. आयोग की टीम यह देख कर चकित रह गई कि लड़की को शादी का जोड़ा पहनाया गया था और उसको शादी के लिए उत्तर प्रदेश ले जाया जा रहा था. यह भी पता चला कि लड़की एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखती है, उसकी मां एक घरों में काम करती है, जबकि लड़की के पिता दिहाड़ी मजदूर हैं.
दिल्ली महिला आयोग ने तुरंत इस मामले की सूचना पुलिस को दी. दिल्ली पुलिस तुरंत वहां पहुंची और शादी को रुकवाया. नाबालिग लड़की ने काउंसलिंग के दौरान बताया कि दूल्हे के 35 वर्षीय भाई ने कुछ समय पहले उसका यौन शोषण किया था, अब वह अपने भाई से उसकी शादी करवा रहा था.
लड़की को पहले बाल कल्याण समिति भेजा गया जहां से उसे शेल्टर होम में भेज दिया गया. अब महिला आयोग उसके पुनर्वास के लिए प्रयास करेगा. महिला आयोग ने इस बात पर कड़ी आपत्ति जताई है कि अभी तक इस मामले में एफआईआर क्यों नहीं हुई है. आयोग ने दिल्ली पुलिस को एफआईआर दर्ज करने के लिए नोटिस भेजा है.
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा, "यह बहुत ही शर्मिंदगी की बात है कि आधुनिक भारत में भी राजधानी में लड़कियों का बाल विवाह हो रहा है. मैं उस आदमी का धन्यवाद करना चाहती हूं जिसने आयोग को इस मामले की सूचना दी."
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