चंडीगढ़ - पंजाब सरकार के मंत्री और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने करतारपुर साहिब को लेकर केंद्र सरकार की पहल का स्वागत किया है। साथ ही सिद्धू ने इसे राजनीति से ऊपर उठकर देखने को कहा है। केंद्र की मोदी सरकार ने पाकिस्तान के ऐतिहासिक करतारपुर साहिब गुरुद्वारे तक तीर्थाटन आसान बनाने के उद्देश्य से पंजाब सीमा तक कॉरिडोर के निर्माण की इजाजत दी है।
नवजोत सिद्धू ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, 'मैं केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के इस फैसले का स्वागत करता हूं। यह राजनीति से ऊपर उठकर है। मैं पाकिस्तान सरकार के कदम का भी स्वागत करता हूं। इतिहास में यह फैसला सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा।'
पाक आर्मी चीफ से गले मिलने पर विवाद
इससे पहले पाकिस्तान के आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा से गले मिलने पर सिद्धू को काफी आलोचना झेलनी पड़ी थी। सिद्धू ने कहा था कि करतारपुर साहिब के दर्शन के लिए द्वार खोलने को लेकर उनकी पाक आर्मी चीफ से बातचीत हुई है। हालांकि पाकिस्तान ने करतार साहिब के द्वार खोलने के संबंध में सिद्धू के दावे का खंडन करते हुए कहा था कि यह एक लंबी प्रक्रिया है।
प्रकाश पर्व से एक दिन पहले फैसला
बता दें कि गुरु नानकदेव के 550वें प्रकाश पर्व से एक दिन पहले केंद्र सरकार ने करतारपुर कॉरिडोर की मंजूरी दी। सीमा की दूसरी और पाकिस्तान में सिखों का पवित्र करतारपुर साहिब गुरुद्वारा है। पाक द्वारा इजाजत न दिए जाने के कारण सिख दूरबीन से करतारपुर साहिब के दर्शन करते हैं। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बताया कि सरकार ने फैसला लिया है कि इस पर होने वाले खर्च को केंद्र सरकार पूरी तरह वहन करेगी।
बादल ने बताया ऐतिहासिक निर्णय
इससे पहले शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार द्वारा गुरुवार को मंत्रिमंडल की बैठक में इस निर्णय को लेने के लिए शुक्रिया अदा किया। बादल ने नई दिल्ली में मीडिया से कहा, 'मैं इस ऐतिहासिक निर्णय के लिए मोदी सरकार का शुक्रगुजार हूं। गुरुद्वारा में मत्था टेकने के लिए कॉरिडोर बनाने की सिख समुदाय की 70 वर्ष पुरानी मांग अब आखिरकार स्वीकार कर ली गई।'
सिद्धू पर बादल ने कसा तंज
सुखबीर बादल ने इस मामले में नवजोत सिंह सिद्धू से जुड़े एक सवाल पर कहा, 'सिद्धू हैं कौन? सिद्धू की इसमें किसी भी तरह की भूमिका नहीं है।' बादल के साथ उनकी पत्नी और केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमत कौर बादल भी मौजूद थीं। भारत सरकार सीमावर्ती शहर डेरा बाबा नानक से पाकिस्तान से सटी अंतरराष्ट्रीय सीमा तक कॉरिडोर का निर्माण कराएगी। सरकार ने तय किया है कि पाकिस्तान से कॉरिडोर के बाकी हिस्से का निर्माण करवाने का आग्रह किया जाएगा।
सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन ने किया स्वागत
ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन ने भी इस निर्णय का स्वागत किया। फेडरेशन के अध्यक्ष करनैल सिंह पीर मोहम्मद ने कहा, 'कॉरिडोर खोलने का पाकिस्तान सरकार का हालिया निर्णय और भारत सरकार की तरफ से भी कॉरिडोर निर्माण की पहल सराहनीय है। ये निर्णय हमें क्रमश: और अंतत: दीर्घकालीन शांति की ओर ले जाएंगे। दोनों सरकारों को एकसाथ कॉरिडोर पर काम करना चाहिए और विश्व में शांति का पैगाम देना चाहिए, जोकि श्री गुरु नानक देवजी की शिक्षाओं के अनुकूल होगा।'
!NA NEWS DESK
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