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खुले में गैर लाइसेंस के बिक रहा धड़ल्ले से मीट


योगी सरकार का फरमान हुआ पीलीभीत प्रशासन के लिये बेअसर न्यूरिया क्षेत्र की कई बाजारों में चल रहा है बगैर लाइसेंस के मुर्गा बकरा और मछली काटने का गोरख धंदा।एक तरफ सरकार मीट मछली बेचने बालो को प्रतिबंधित कर रही है।और लाइसेंस प्रदत्य कर रही है।वहीँ न्यूरिया क्षेत्र में बंगाली  कालोनी में काली मंदिर के निकट खुले में आजादी के साथ निडर होकर मीट मछली कारोबारी अपना कारोबार तेजी से फैलाये हुये है।जहाँ पर मछली बकरा सूअर मुर्गा की गंदगी से राहगीरों और आसपास के रहने बालो का सड़न की दुगंध से जीना दुश्वार हो रहा है।ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुये बताया। कि मास मछली की गंदगी और मुर्गा कारोबारी बाजार में मीट बेचने के बाद अपशिष्ट चीजे खाल पंख इत्यादि बाजार में ही छोड़ कर चले जाते है।जिससे वह सड़न के साथ दुगंध फैलाकर घातक बीमारिया फैला रही है।बच्चे अनेक प्रकार की बीमारियो से ग्रस्त हो रहे है।कई बार महिलाओ ने जबरजस्त विरोध किया।लेकिन आज तक कोई भी नही की गई है।आपको बता दे कि न्यूरिया कालोनी की सप्ताह में मंगलवार और शनिवार को बाजार लगती है ।जहां पर दर्जन भर मीट मुर्गा मछली कारोबारी खुले में मन मर्जी अधिक रेट के साथ बिक्री करते है।न ही इनको पुलिस का डर है और न ही खाद्य इन्स्पेटर का ।जिनके पास न तो कोई पक्की दूकान है और न ही कोई खाद्य अधिकारी द्वारा प्रदत्य मुर्गा मीट काटने का लाइसेंस।न्यूरिया कालोनी की बाजार के आसपास के लोगो को भारी गंदगी की दुगंध के साथ जीना पड़ रहा है।जिससे यहाँ की जनता का हाल बेहाल है

(क्या कहना है यहाँ के निवासियो का)


मुर्गा  मछली की बची हुई   अपशिष्ट से फैली रहती है गंदगी। बाजार उठने के बाद सुबह को स्कूल जाने बाली किशोरियो और किशोरों को मुँह पर कपडा बांध कर निकलना पड़ता है बाजार के रस्ते से।

काली मंदिर तक फैली रहती है मास मुर्गा मछली की सड़न की बदबू।दिन भर चील कौवे मंडराते रहते है बाजार
के आसपास रहने बालो के घरो पर।

काली मंदिर बाजार मार्किट से  मछली मुर्गा एक किलो मीटर दूर होनी चाहिये पक्की दुकानों में मीट की दूकान ।


पीलीभीत खाद्य बिभाग की अनदेखी के चलते हो रहा है मीट मछली और मुर्गा काटने का  बगैर लाइसेंस के बड़ा कारोबार।नही होती है इन लोगो पर कोई भी कार्यवाही।



 संबाददाता पी के गौतम न्यूरिया

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