INA NEWS
आगरा : आगरा में थाना सिकंदरा क्षेत्र के गांव नगला नाथू में यमुना में डूबकर तीन सगी बहनों सहित छह किशोरियों की मौत हो गई। तीन सगी बहनें अपनी हमउम्र मौसी, मौसेरी बहन और चचेरे भाई-बहनों के साथ नहाने गई थीं। इस हादसे के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। ये किशोरियां यमुना में मौत के गड्ढों में फंस गई, जिसकी वजह से जान चली गई।
शहर से लेकर देहात तक यमुना में खनन की वजह से बने गड्ढे लोगों की जान ले रहे हैं। इसके बावजूद अफसर खानापूर्ति ही कर रहे हैं। यमुना के घाटों से लेकर आबादी के बीच से जाने वाले यमुना के किनारों पर जानकारी वाले बोर्ड नहीं लगाए जा रहे हैं। लोगों के नहाने वाले स्थानों पर बैरिकेडिंग तक नहीं की जाती है।
नगला नाथू निवासी सुरेशचंद्र की तीन बेटियां मुस्कान (18), दिव्या (15), संध्या उर्फ कंचन (12), चचेरे बहन नैना (14) पुत्री दिनेश और चचेरे भाई दीपेश (14) पुत्र राजकपूर गांव के पास ही यमुना में नहाने गई थीं। नगला रामबल, जलेसर रोड के अशोक कुमार की बेटी शिवानी (17), टेढ़ी बगिया के अशोक की बेटी सोनम (12) भी अपने मौसा सुरेशचंद्र के घर आई हुई थीं। ये छह किशोरियां यमुना के मौत के गड्ढे में फंस गईं और जान चली गई। छह किशोरियों की मौत से गांव में हाहाकार मच गया।
सिकंदरा में कैलाश घाट, रुनकता में शनिदेव मंदिर घाट, ककरैठा और बाईंपुर में लोग नहाने के लिए जाते हैं। इनके अलावा ट्रांस यमुना के शोभा नगर, एत्माद्दाैला के नगला बिहारी, प्रकाश नगर, रामबाग पार्क, स्ट्रैची ब्रिज, चीनी का रोजा, 11 सीढ़ी और खंदाैली क्षेत्र के पोइया घाट, बल्केश्वर, यमुना किनारा आदि पर अक्सर लोग जाते हैं। इनमें से सिकंदरा, ट्रांस यमुना और एत्माद्दाैला क्षेत्र में डूबने की घटनाएं सबसे अधिक सामने आती हैं।
इन स्थानों पर गहरी है यमुना
सिकंदरा के नगला नाथु में हादसे के बाद लोगों ने आरोप लगाया कि यमुना खनन की वजह से कई जगह पर गड्ढे हैं। इसमें नहाने जाने वाले लोगों को अंदाजा नहीं रहता है। जिससे हादसे हो जाते हैं। अधिकारी भी विशेष आयोजनों पर ही घाटों पर रस्सी और बल्ली लगाकर सुरक्षा के इंतजाम करते हैं। गांवों के बीच से निकलने वाली यमुना की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जाता है।
0 Comments
Welome INA NEWS, Whattsup : 9012206374