पीलीभीत : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को पीलीभीत पहुंचे। उन्होंने वन विभाग के मुस्तफाबाद गेस्ट हाउस में आयोजित वन्यजीव सप्ताह के समापन समारोह में शिरकत की। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम स्थल पर लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मुस्तफाबाद गेस्ट हाउस से 248 करोड़ रुपये की 26 परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। इसके बाद वन विभाग के कई अधिकारियों को सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को मुस्तफाबाद गेस्ट हाउस पहुंचकर वन्यजीव सप्ताह का समापन किया। तय कार्यक्रम के अनुसार शुक्रवार दोपहर 1:35 बजे मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर कार्यक्रम स्थल के समीप बनाए गए हेलीपैड पर उतरा। वन राज्यमंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना, राज्यमंत्री संजय गंगवार एवं भाजपा जिलाध्यक्ष संजीव प्रताप सिंह ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया। जनसभा को भी संबोधित किया।
पीलीभीत में दोगुनी हुई बाघों की संख्या
मुख्यमंत्री ने कहा कि वन्यजीवों के संरक्षण के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। इसी के परिणाम स्वरूप पीलीभीत टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या दोगुनी हो गई है। संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) में पारिस्थितिक तंत्र और जैव विविधता के प्रमुख मिस मिंडोरी पैक्सटन की ओर से पीलीभीत टाइगर रिजर्व को अंतरराष्ट्रीय स्तर का टाइगर एक्स टू अवार्ड दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले वन्यजीव हमले में जनहानि होती थी तो काई मदद नहीं मिल पाती थी। हमने इसे आपदा घोषित किया था। अगर कोई जनहानि होती है तो पीड़ित परिवार को पांच लाख रुपये की सहायता राशि दी जाती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो गांव जंगल से सटे हुए हैं, वहां अनिवार्य रूप से फेंसिंग कराई जाएगी ताकि वन्यजीवों को आबादी के पास आने का अवसर न मिले।
पीलीभीत में दोगुनी हुई बाघों की संख्या
मुख्यमंत्री ने कहा कि वन्यजीवों के संरक्षण के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। इसी के परिणाम स्वरूप पीलीभीत टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या दोगुनी हो गई है। संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) में पारिस्थितिक तंत्र और जैव विविधता के प्रमुख मिस मिंडोरी पैक्सटन की ओर से पीलीभीत टाइगर रिजर्व को अंतरराष्ट्रीय स्तर का टाइगर एक्स टू अवार्ड दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले वन्यजीव हमले में जनहानि होती थी तो काई मदद नहीं मिल पाती थी। हमने इसे आपदा घोषित किया था। अगर कोई जनहानि होती है तो पीड़ित परिवार को पांच लाख रुपये की सहायता राशि दी जाती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो गांव जंगल से सटे हुए हैं, वहां अनिवार्य रूप से फेंसिंग कराई जाएगी ताकि वन्यजीवों को आबादी के पास आने का अवसर न मिले।
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