Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

ads header

निरंकारी समागम : त्रिवेणी तट पर निरंकारी महाकुंभ में प्रेम-विश्वास-मिलन का संगम - INA NEWS

प्रयागराज : नयनाभिराम झांकियों के सजी संदेश परक रैलियों के साथ सामूहिक विवाह की बधाई के बीच शुक्रवार को निरंकारी मिशन के तीन दिवसीय संत समागम में सद्गुरु सुदीक्षा माता ने इंसानियत के पथ पर बढ़ने का संदेश दिया। परेड मैदान में 140 एकड़ में बसे निरंकारियों के उपनगर में समागम के प्रथम दिन 48 जोड़ों के हाथ पीले हुए और शहनाई की गूंज के साथ हर तरफ बधाई बजती रही।

इस मौके पर सुदीक्षा माता ने आपसी विश्वास, परस्पर प्रेम और मिलन की भावना से परिवार की इकाई को मजबूत बनाने की सीख दी। समागम के बहाने अनुयायियों का यह महाकुंभ देखने लायक था। सामूहिक विवाह दिन के 11 बजे ही आरंभ हो गया। आशीर्वचन में सुदीक्षा माता ने कहा कि नव विवाहित जोड़ों से कहा कि एक-दूसरे के सुख और दुः में भी पूरी मजबूती के साथ जुड़े रहना है। 44वें निरंकारी प्रांतीय संत समागम में उन्होंने गृहस्थ जीवन में सत्संग, सेवा, सुमिरन करते हुए निराकार प्रभु का ध्यान करने का आह्वान किया।

कहा कि आपस में तालमेल रखते हुए प्रेम, नम्रता एवं सद्व्यवहार जैसे दिव्य गुणों को अपनाकर जीवन में आने वाली जिम्मेदारियों को मिलजुल कर निभाना चाहिए। इस दौरान पंडाल में जयमाला और सांझा हार की रस्म पूरी की गई। भक्ति संगीत के साथ चार प्रणों में निरंकारी लावा पढ़ा गया एवं हर लावा के अंत में सद्गुरु माता सुदीक्षा और निरंकारी राजपिता रमित के साथ श्रद्धालु नव विवाहित जोड़ों पर पुष्पवर्षा करते रहे।

झलकियां
वर वधू किसी एक निर्धारित ड्रेस में न होकर अपनी क्षेत्रीय वेशभूषा में ही सम्मलित हुए
इस विवाह समारोह में न जाति-धर्म का भेद था और न ही क्षेत्र और पहनावे का
कुछ जोड़े तो ऐसे थे जो संत निरंकारी सेवादल की वर्दी में ही आए थे
इस विवाह समारोह में यूपी के अलावा बिहार, उतराखंड, मध्यप्रदेश से वर एवं वधू शामिल हुए

Post a Comment

0 Comments