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स्नान के लिए लगा कल्पवासियों का तांता

प्रयागराज : माघ मेले के दूसरे स्नान पर्व पौष पूर्णिमा की डुबकी से महज 12 घंटे पहले रविवार को एक कल्पवासी समेत पांच संक्रमितों के पाए जाने से चिंता बढ़ गई। खाक चौक के एक शिविर में कल्पवासी भी संक्रमित पाया गया है।
 
तीन पुलिस कर्मियों के अलावा एक ठेकेदार का आदमी भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गया है। रविवार को जांच में 322 नए कोरोना संक्रमित मिले। 169 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दी गई। आज एक संक्रमित की मौत भी हुई। रविवार को 6360 लोगों की जांच की गई। 

ये संक्रमित तब मिले हैं, जब पौष पूर्णिमा स्नान के लिए संतों-भक्तों और कल्पवासियों की भीड़ आने लगी है। सोमवार को शिविरों में पूजा-पाठ और वेदियों पर संकल्प के साथ महीने भर का जप, तप, ध्यान आरंभ हो जाएगा।

कोविड गाइड लाइन का पालन कराना बनी चुनौती
रेती पर समूहों में सबसे बड़ी आध्यात्मिक संस्था खाक चौक के शिविर में संक्रमण की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग के मेला प्रभारी डॉ. जयकिशन ने की। उन्होंने बताया कि मजदूर को होम आइसोलेट करा दिया गया है, जबकि चार संक्रमितों को बेली अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

मेले के दूसरे स्नान पर्व की पूर्व संध्या पर कल्पवासियों की भीड़ का तांता लगने के बीच कोविड-19 के प्रोटोकॉल के पालन को लेकर मेला प्रशासन के माथे पर बल पड़ गए हैं। पौष पूर्णिमा से ही कल्पवास भी आरंभ होगा। ऐसे में इस पर्व पर संगम में डुबकी के लिए एक बार फिर आस्था का रेला उमड़ने का अनुमान है।

फिलहाल पुलिस कैंप के अलावा कल्पवासी शिविर में संक्रमण की पुष्टि से होश उड़ गए हैं। ऐसे में पौष पूर्णिमा पर कोविड प्रोटोकाल के पालन के साथ भीड़ प्रबंधन मेला प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती के रूप में देखा जा रहा है। संगम आने वाले संतों-भक्तों और कल्पवासियों की जांच मेले के प्रवेश मार्गों पर कराई जा रही है, लेकिन भीड़ में सैकड़ों लोग बिना जांच के ही निकल जा रहे हैं।

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