DESK : अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत के पीछे सेवादारों और विद्यार्थियों की ओर शक की सुई घूमने लगी है। इसलिए कि उस दिन बाघंबरी मठ में निरंजनी अखाड़े का कोई साधु मौजूद नहीं था।
एक साधु था भी तो वह बड़े हनुमान मंदिर की व्यवस्था में लगा था। ऐसे में मौत का राज उन्हीं विद्यार्थियों, सेवादारों के बीच माना जा रहा है,जो महंत की सेवा में होने के साथ ही उनके करीब भी थे।
0 Comments
Welome INA NEWS, Whattsup : 9012206374