Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

ads header

प्रयागराज : मकर संक्रांति पर श्रद्धालुओं ने संगम में लगाई डुबकी - INA NEWS

  • मकर संक्रांति पर्व पर संगम में बीस लाख श्रृद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी, चप्पे चप्पे पर तैनात दिखी पुलिस

प्रयागराज : सूर्य के उत्तरायण होने पर 15 जनवरी को मकर संक्रांति स्नान पर्व की मान्यता है। 14 जनवरी को स्नान की मान्यता के चलते बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने रविवार को गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में डुबकी लगाई। भोर से ही स्नान का सिलसिला शुरू हो गया था। दोपहर तक घाटों पर ठसाठस भीड़ हो गई थी। 

स्नान के साथ लोगों ने घाट पर मौजूद दीन हीनों को दान भी दिया। घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था चाकचौबंद रही। कपड़े बदलने के लिए बड़ी संख्या में शेड बनाए गए हैं। जीटी जवाहर से लेकर संगम तट तक सिर्फ भीड़ ही भीड़ दिख रही है। बड़े वाहनों के साथ ही बाइक का भी प्रवेश मेले में नहीं दिया जा रहा है। 

आधिकारिक तौर पर माघ मेला रविवार से शुरू हो गया है। पहले दिन मकर संक्रांति पर्व बड़ी संख्या में लोगों ने रविवार को ही मनाया। भोर से ही संगम में डुबकी लगने लगी। स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने श्री बड़े हनुमान मंदिर, श्रीरामजानकी मंदिर राम घाट, काली मंदिर, सीताराम मंदिर आदि जगहों पर पूजन अर्चन किया। माघ में मकर राशि की कक्षा में सूर्य के प्रवेश करने पर मकर संक्रांति मनाई जाती रही है, लेकिन इस बार पौष में ही यह संयोग पड़ रहा है।

शनिवार की रात से ही पहुंचने लगे श्रद्धालु 
 
ऐसे में प्रथम पुण्य की डुबकी के लिए शनिवार की रात से ही श्रद्धालु माघ मेला क्षेत्र में पहुंचने लगे। फिलहाल, आचार्यवाड़ा, दंडीवाड़ा, खाक चौक के अलावा सेक्टर दो में बसी प्रमुख आध्यात्मिक संस्थाओंं के शिविर सज-धज गए हैं। सोमवार को प्रथम पुण्य की डुबकी के साथ ही संगम पर मास पर्यंत चलने वाले जप-तप, ध्यान के मेले का आरंभ हो जाएगा। मकर संक्रांति के स्नान के लिए देश के कोने-कोने से संतों-भक्त कड़ाके की ठंड में संगम तट पर पहुंच गए हैं। दिनभर पांटून पुलों से कल्पवासी वाहन से पुआल, अलाव की लकड़ी और गृहस्थी के सामानों के साथ उतरते रहे।

संतों, तीर्थपुरोहितों के शिविरों में हजारों कल्पवासियों ने डेरा डाल दिया। मकर संक्रांति पर मेला क्षेत्र में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने के साथ ही मेला प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। संगम से लेकर ओल्ड जीटी के बीच गंगा के दोनों तटों पर आठ स्नान घाटों पर मकर संक्रांति पर्व पर स्नान हुआ। 

माघ मेला 2024 में गंगा स्नान की तिथियां

  • माघ मेला का पहला स्नान- मकर संक्रांति 15 जनवरी 2024
  • दूसरा स्नान - 25 जनवरी 2024 को पौष पूर्णिमा, कल्पवास का आरंभ
  • माघ मेले का तीसरा स्नान-9 फरवरी 2024 को मौनी अमावस्या पर
  • चौथा स्नान- बसंत पंचमी 14 फरवरी 2024
  • पांचवा स्नान- माघ पूर्णिमा 24 फरवरी 2024
  • आखिरी स्नान- 8 मार्च 2024 को महाशिवरात्रि

वाहनों के लिए आठ पार्किंग स्थल बनाए गए हैं। छह सेक्टर में बसे इस मेले में 4330 आध्यात्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व की संस्थाओं के शिविरों में संत-भक्त कल्पवास कर रहे हैं। 


घाट बने, चेंजिंग रूम भी तैयार
 
सभी घाटों पर कांसा की आपूर्ति देर रात तक करवा दी गई। इन घाटों पर संत, भक्त और कल्पवासी पुण्य की डुबकी लगाएंगे। इसके अलावा महिला श्रद्धालुओं के कपड़े बदलने के लिए चेंजिंग रूम भी बनाए गए हैं। भक्तों की मदद के लिए भी घाटों पर टीमें तैनात रहेंगी।
 
  • 8 स्नान घाटों पर मकर संक्रांति पर डुबकी लगी। 
  • 1470 सामुदायिक शौचालय माघ मेले में लगाए गए हैं
  • 12 स्वास्थ्य शिविर और 10 प्राथमिक उपचार केंद्र स्थापित किए गए
  • 06 सेक्टरों में बसाया गया संगम की रेती पर आस्था का माघ मेला
  • 05 पार्किंग स्थल वाहनों के लिए बनाए गए
  • 13,700 स्टैंड पोस्ट पेयजल के लिए मेला क्षेत्र में स्थापित किए गए हैं
  • 5000 पुलिस, पीएसी के जवान और होमगार्ड किए गए तैनात।
  • 200 सीसीटीवी कैमरों से होगी मेला क्षेत्र की निगरानी


Post a Comment

0 Comments