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INA NEWS HATHRAS - पुलिस ने किया मृतक गैंगरेप पीड़िता का जबरन अंतिम संस्कार, परिजन व मीडिया को भी नही जाने दिया अंदर

रिपोर्ट : नीरज चक्रपाणि, ब्यूरो - हाथरस

हाथरस : देर रात लगभग 1:30 पर गैंगरेप पीड़िता मृतिका का शब उसके गांव बूलगढ़ी पहुंचा जहां पुलिस प्रशासन द्वारा पहले से ही उसके अंतिम संस्कार की तैयारी करके रखी गई थी, लेकिन परिजन हिंदू धर्म की रीति के अनुसार इस समय अंतिम संस्कार के लिए तैयार नहीं हुए पुलिस प्रशासन द्वारा उन्हें काफी मनाने का प्रयास किया गया लेकिन परिजन अपनी बात पर अडिग रहे !


वही युवती की माँ हाथ जोड़कर अधिकारियों से गुहार लगाती रही की उसकी बेटी का भोर के समय अंतिम संस्कार किया जाए लेकिन अधिकारीयो के सामने उसकी एक न चली और अधिकारियों द्वारा परिजनों को दरकिनार कर युवती के शव को जबरन श्मशान घाट ले जाया गया जहां आनन-फानन में पुलिसकर्मियों द्वारा चिता सजाकर युवती के शव का दाह संस्कार कर दिया गया।

वहीं श्मशान घाट पर परिजनों के साथ मीडिया कर्मियों को भी पुलिस अधिकारियों ने नहीं जाने दिया बाद में प्रशासन का दावा था कि परिजनों की सहमति और उनके सहयोग से युवती के शव का अंतिम संस्कार किया गया है,

जब इस बारे में युवती के परिजनों से बात की गई तो उनका कहना है कि उनकी बेटी के अंतिम संस्कार के वक्त पुलिसकर्मियों द्वारा उन्हें घर के अंदर बंद कर दिया गया था उन्हें यह तक नहीं मालूम कि पुलिस ने किस के शव का अंतिम संस्कार किया है।

क्या है मामला 

बीते 14 सितंबर को हाथरस की दलित किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने के बाद उसकी जीभ काट दी गई थी, इसके बाद इसकी रीड की हड्डी तोड़ कर उसके मुंह में कपड़ा डालकर उसके साथ फिर से सामूहिक दुष्कर्म करने के बाद उसे मृत अवस्था में छोड़ दिया गया था 

सूचना पर पहुंची पुलिस ने मात्र छेड़खानी का मुकदमा दर्ज करके छोड़ दिया था 

मामला मीडिया में आया, विपक्ष ने इसको जमके उछाला इसके बाद पुलिस हरकत में आई और एफ आई आर में दुष्कर्म की धाराएं बढ़ा दी गई, हालांकि आईजी जोन अलीगढ़ दावा करते रहे हैं की इस निर्भया के साथ दुष्कर्म की पुस्टि नहीं हुई है, अभी जांच चल रही है 

लेकिन हकीकत शासन को पता होने के बावजूद भी मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की गई, एक सवालिया निशान सरकार के लिए यह भी है कि आखिर कब तक इस प्रकार की घटनाएं होती रहेंगी और प्रशासन इसको कब तक दबाता रहेगा, अगर आवश्यकता है तो एक सख्त कार्रवाई की, नहीं तो ऐसी घटनाएं होती रहेंगी और अपराधी शासन प्रशासन के सहयोग से बचते रहेंगे

INA NEWS DESK

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