INA NEWS DESK
कानपुरः गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के गांधी नगर में एक घर के कमरे से दंपति का शव मिलने से हड़कंप मच गया। परिजनों ने जानकारी होने के बावजूद पुलिस के सूचना दी। पड़ोसियों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
मौके पर पहुंचे सीओ और फोरेंसिक टीम ने जांच की। पुलिस इस मामले को संदिग्ध मानकर जांच पड़ताल कर रही है। गांधी नगर निवासी सुशील पॉल (60) और पत्नी मंजू पॉल (57) के शव शुक्रवार की सुबह घर के कमरे में मिलने से हड़कंप मच गया।
सीओ सिटी यादवेंद्र यादव ने बताया कि कमरे में ही बेड के अलावा वहीं पर रसोई भी थी। बेड के दाईं ओर सुशील, जबकि बाईं ओर मंजू का शव संदिग्ध अवस्था में पड़ा था।
घर में रहने वाले मृतक के छोटे भाई शंकर पॉल से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि बड़े भाई और भाभी एक माह से बीमार चल रहे थे। सांस फूलने, बुखार और खांसी आ रही थी। वह राजधानी मार्ग स्थित निजी चिकित्सक के यहां उपचार चल रहा था।
साथ ही बताया कि भाई की एक बेटी तम्मा पॉल ने छह साल पहले मानसिक रोग से परेशान होकर छत से कूदकर जान दे दी थी। इसके बाद से दंपति परेशान थे। सुशील कानपुर की एक सराफा दुकान में सुनारी का काम करते थे। गुरुवार रात खाना खाकर सभी सो गए थे। सुबह जागे तो भाई सुशील का कमरा बंद था। खिड़की से झांक कर देखा तो दोनों बेड के नीचे थे। किसी तरह से दरवाजा में धक्का मारा गया तो दोनों अचेत अवस्था में लगे।
कोरोना संक्रमण के कारण पड़ोसी घर में नहीं आए। सीओ सिटी ने बताया कि मामले को संदिग्ध मानते हुए दोनों शवों का पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। कोरोना संक्रमण की जांच भी की जाएगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही सही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
दोनों भाइयों में संपत्ति का विवाद
पुलिस जांच में पता चला कि शंकर पॉल और सुशील पॉल के बीच कई वर्षों से प्रापर्टी को लेकर विवाद चल रहा है। छोटे भाई शंकर का एक बेटा शशांक पॉल है, जबकि मृतक दंपति का कोई वारिस नहीं बचा था।पड़ोस के लोगों से पुलिस ने पूछताछ की तो बताया गया कि दोनों भाईयों में बनती नहीं थी। कहीं कोई अनहोनी तो नहीं हुई इस पर भी पुलिस जांच कर रही है। सीओ ने बताया कि शंकर के परिजनों से बारी-बारी से पूछताछ की जा रही है।
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