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सिंधु के पिता ने माना- बड़े टूर्नामेंट जीतकर भी बेटी में नहीं आता कोई बदलाव

सिंधु के पिता ने कहा कि उनकी सुपरस्टार बेटी सिंधु अभी भी अपने मूल्यों को बरकरार रखती हैं, जैसा कि हर एथलीट को करना चाहिए.

पिता ने बताया- सफलता के बावजूद खुद पर कंट्रोल रखती हैं सिंधु

भारतीय बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु के पिता पीवी रमन्ना ने बताया है कि कैसे उनकी वर्ल्ड चैम्पियन बेटी बड़ी से बड़ी सफलता हासिल करने के बावजूद खुद पर अच्छे से काबू रखती हैं.

इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में सिंधु के पिता पीवी रमन्ना ने स्पष्ट किया कि उनकी बेटी जैसा एथलीट चाहे कितना भी पैसा कमाए, व्यक्ति को अपने मूल्यों और उस पृष्ठभूमि को कभी नहीं भूलना चाहिए जहां से वह बड़ा हुआ है.

सिंधु के पिता पीवी रमन्ना 1986 के एशियाई खेलों में कांस्य जीतने वाली भारतीय वॉलीबॉल टीम के सदस्य थे और 2000 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किए गए थे. सिंधु के पिता ने कहा कि उनकी सुपरस्टार बेटी सिंधु अभी भी अपने मूल्यों को बरकरार रखती हैं, जैसा कि हर एथलीट को करना चाहिए.

पीवी रमन्ना ने कहा, 'जीवन में मूल्य समान हैं, क्योंकि हमें अपना अतीत नहीं भूलना चाहिए कि हम कहां से आए हैं. अगर हमारे दिमाग में यह बात आ गई तो हम अपने आप ही धरती पर आ जाएंगे. इसलिए अपने मूल्यों को वैसा ही बनाए रखने की जरूरत है.'

इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में सिंधु ने अपने जीवन की प्राथमिकताओं के बारे में बताते हुए कहा कि उनका मकसद देश के लिए अधिक से अधिक मेडल जीतना है.

पीवी सिंधु ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि मुझे ज्यादा पैसों की जरूरत है, अधिक से अधिक मेडल हासिल करना निश्चित रूप से बड़ी बात है. मेडल जीतने के साथ पैसा भी आएगा.' पीवी सिंधु ने माना कि पैसा आपको मोटिवेट कर सकता है, लेकिन उनका फोकस मेडल जीतने पर है.

INA NEWS DESK

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