गजेन्द्र वर्मा
शिवपुरी जिले में सोसायटी खरीदी केंद्र पर भ्रष्टाचार चरम सीमा पर जिले के किसान प्रशासन शान की मुंह की तरफ ताकते किसान सोच रहे हैं कि अब तो भ्रष्टाचार बंद हो जाएगा शिवपुरी केंद्र के सभी खरीदी केंद्रों पर लगभग भ्रष्टाचार हैं शासन की तरफ आस लगाते किसान
हर खरीदी केंद्र पर 1000 से लेकर ₹10000 तक किसानों से वसूला जा रहा है पैसा नहीं देने पर फसल को रिजेक्ट कर देते हैं जब दोबारा में किसान हाथ पैर जोड़ते हैं तो उनसे पैसे की डिमांड रखी जाती है पैसा लेने के बाद वही फसल ले ली जाती है शिवपुरी जिले के किसान प्रशासन से गुहार लगाई जाती है लेकिन सुनवाई नही होती है इन वेचारे किसानो का सहारा तो सिर्फ ईश्वर ही है
हर खरीदी केंद्र पर 1000 से लेकर ₹10000 तक किसानों से वसूला जा रहा है पैसा नहीं देने पर फसल को रिजेक्ट कर देते हैं जब दोबारा में किसान हाथ पैर जोड़ते हैं तो उनसे पैसे की डिमांड रखी जाती है पैसा लेने के बाद वही फसल ले ली जाती है शिवपुरी जिले के किसान प्रशासन से गुहार लगाई जाती है लेकिन सुनवाई नही होती है इन वेचारे किसानो का सहारा तो सिर्फ ईश्वर ही है
जिले के किसान इन विभागों से है ज्यादा परेशान
जैसे कि आपको पता होगा
जैसे कि आपको पता होगा
1 किसी भी बैंक द्वारा केसीसी बनवाने पर 10% देना अनिवार्य है ऐसा बैंकों का नियम बना रखा है
2 बिजली विभाग में लाइनमैन से लेकर अन्य बिजली कर्मचारी भी किसानों को अछूता नहीं छोड़ते हैं
3 जिले में अति दुखदाई है तो पटवारी वह शासकीय जमीन पर हो रहे कब्जे की रिपोर्ट अधिकारियों को नहीं देते और मिलीभगत होने के कारण कब्जा स्वयं पटवारी ही करवाते हैं
सन 2003 में शासकीय जमीन जिले में लगभग कितनी थी धरातल पर और आज दिनांक में देखने को आपको एक बटे चार हिस्सा गायब मिलेगा
सन 2003 में शासकीय जमीन जिले में लगभग कितनी थी धरातल पर और आज दिनांक में देखने को आपको एक बटे चार हिस्सा गायब मिलेगा
जमीनों के सिलसिले में रजिस्टर ऑफिस भी पीछे नहीं
0 Comments
Welome INA NEWS, Whattsup : 9012206374