- हेलीकॉप्टर घोटाले का आरोपी क्रिश्चियन मिशेल दिल्ली लाया गया, डोभाल की प्रमुख भूमिका
DESK - लोकसभा चुनाव के पहले वीवीआइपी हेलीकाप्टर घोटाले का मुद्दा नए सिरे से गरमा सकता है। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) सरकार किसी भी समय घोटाले के मुख्य आरोपी क्रिश्चियन मिशेल को दुबई से दिल्ली लाया गया है। उसे रात भर सीबीआइ मुख्यालय में रखा जाएगा। बुधवार को मिशेल को सीबीआइ की स्पेशल कोर्ट में पेश किया जाएगा।
घोटाले की जांच कर रही सीबीआइ और ईडी में मिशेल से पूछताछ को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। ब्रिटिश नागरिक मिशेल का भारत में प्रत्यर्पण के लिए यूएई की अदालत हरी झंडी दे चुकी है और इसके बाद यूएई सरकार प्रत्यर्पण किया।
मिशेल के प्रत्यर्पण पर सीबीआइ का कहना है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के मार्गदर्शन में यह पूरा ऑपरेशन इंचार्ज डायरेक्टर एम. नागेश्वर राव के द्वारा किया जा रहा है। सीबीआइ के ज्वाइंट डायरेक्टर ए. साई मनोहर के नेतृत्व में एक टीम इस काम के लिए दुबई गई है।
दरअसल, दुबई की सर्वोच्च अदालत में 19 नवंबर को क्रिश्चियन मिशेल की अपील खारिज कर दी और उसे भारत प्रत्यर्पित करने के निचली अदालत के फैसले को सही ठहराया था। इसके बाद यूएई के न्याय विभाग ने पिछले दो हफ्ते में उसके प्रत्यर्पण के लिए जरूरी प्रक्रिया पूरी कर ली है।
जांच से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि भारत में उतरते ही मिशेल को गिरफ्तार कर लिया गया और उसके बाद पटियाला हाऊस कोर्ट में पेश कर सीबीआइ पूछताछ के लिए उसे रिमांड पर लेगी। सीबीआइ की पूछताछ पूरी होने के बाद ईडी उसे हिरासत में लेकर पूछताछ करेगी।
ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि लगभग 3600 करोड़ रुपये की अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकाप्टर खरीद में क्रिश्चियन मिशेल प्रमुख बिचौलिये की भूमिका में था। रिश्वत की अधिकांश रकम उसके मार्फत ही तत्कालीन अधिकारियों और नेताओं के बीच बांटी गई थी।
ऐसे में मिशेल से पूछताछ में अहम खुलासे हो सकते हैं और लोकसभा चुनाव के पहले यह मुद्दा गरमा सकता है। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ब्रिटिश नागरिक होने के बावजूद क्रिश्चियन मिशेल का प्रत्यर्पण भारत की बड़ी कूटनीतिक सफलता है। इसके पहले अबू सलेम के अलावा भारत को किसी भी आरोपी को वापस लाने में सफलता नहीं मिली है।
जांच से जुड़े सीबीआइ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अगस्ता वेस्टलैंड की ओर से दलाली की रकम क्रिश्चियन मिशेल की कंपनियों में दिये जाने के ठोस सबूत हैं। अधिकांश देशों से इस संबंध में सबूत जुटाए जा चुके हैं। इन सबूतों को देखने के बाद ही यूएई की अदालत ने प्रत्यर्पण का फैसला दिया।
क्या था अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदा
वीवीआइपी हेलीकॉप्टरों की खरीद में दलाली दिए जाने का इटली में खुलासा हुआ था। इस आरोप में कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों और दलालों को वहां गिरफ्तार किया गया था। 2013 में इस खुलासे के बाद सीबीआइ ने भी एफआइआर दर्ज की थी। लेकिन, पुख्ता सुबूत जुटाने के बाद पिछले साल पूर्व सेनाध्यक्ष एसपी त्यागी को नौ दिसंबर, 2016 को जांच एजेंसी ने गिरफ्तार कर लिया था।
इस मामले में पूर्व सेनाध्यक्ष एसपी त्यागी, उनके भाई संजीव त्यागी उर्फ जूली त्यागी और वकील गौतम खेतान समेत नौ आरोपियों के खिलाफ सीबीआइ ने अदालत में आरोपपत्र दाखिल कर दिया है। आरोप पत्र में लगभग 3600 करोड़ रुपये में 12 हेलीकॉप्टरों की खरीद सुनिश्चित करने के लिए 470 करोड़ रुपये की दलाली दिए जाने का आरोप लगाया था।
आरोपपत्र के मुताबिक, गुइडो हस्के और क्रिश्चियन मिशेल के मार्फत दलाली की रकम दो भागों में दी गई थी। हस्के के मार्फत दी गई दलाली की रकम भारत में आने और संबंधित लोगों के बीच बांटे जाने के सबूत मिल चुके हैं। मिशेल के मार्फत जो दलाली दी गई थी, उसके दुबई तक पहुंचने के ही सबूत मिले हैं। सीबीआइ इसके बारे में पुख्ता जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रही है।
INA NEWS DESK
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