Ticker

6/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

ads header

योगी सरकार का गिफ्ट, 25 हजार को मिलेगा प्रमोशन

उत्तर प्रदेश - उत्तर प्रदेश में नाराज चल रहे कांस्टेबलों को दशहरे से पहले खुश करते हुए राज्य सरकार ने 25 हजार सिपाहियों का प्रमोशन करने का ऐलान किया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के राज में बड़ी संख्या में कॉन्स्टेबल्‍स को प्रमोशन देकर हेड कांस्टेबल बनाया जाएगा.

प्रमोशन पाने वालों में 1975 से 2004 बैच के कॉन्स्टेबल शामिल हैं. इस संबंध में थोड़ी देर में आदेश जारी किया जाएगा.

इससे पहले राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार ने पिछले महीने 6 हजार कांस्टेबलों को एक साथ हेड कांस्टेबल बनाने का ऐलान किया था. प्रमोशन के लिए कांस्टेबलों को अपने परिवार के साथ आने को भी कहा गया था.

पिछले महीने के अंत में लखनऊ गोलीकांड में विवेक तिवारी की हत्या के बाद 2 सिपाहियों की बर्खास्तगी और कांस्टेबलों के संगठन में इस बर्खास्तगी को लेकर पनपी नाराजगी के बाद राज्य सरकार की ओर से उन्हें मनाने की कोशिश समझा जा रहा है.

विवेक तिवारी हत्याकांड के बाद हुई प्रशासनिक कार्रवाई के विरोध में कांस्टेबलों की लगातार के बगावत की खबरों के बीच योगी सरकार ने रविवार को 2 और पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया था, जबकि 11 पुलिसकर्मियों को लाइनहाजिर कर दिया गया. वहीं इस बीच आरोपी सिपाही प्रशांत चौधरी की पत्नी ने एक वीडियो जारी किया जिसमें वह सभी सिपाहियों से संयम बरतने और अनुशासन में रहकर विभाग का कार्य करने की अपील कर रही हैं.

इससे पहले मेरठ में रविवार को पुलिस महकमे में एक पत्र को लेकर हड़कंप मच गया जिसमें आगामी 10 अक्टूबर को विरोध स्वरूप पुलिसकर्मियों को विभागीय कार्य ना करने की सलाह दी गई है. मामले की गंभीरता को देखते हुए समूचा पुलिस महकमा इस पत्र को गलत साबित करने में लगा रहा.

वहीं विवेक तिवारी मर्डर केस में आरोपी सिपाही प्रशांत चौधरी की गिरफ्तारी और बर्खास्तगी के विरोध में 5 अक्टूबर को काला दिवस मनाए जाने और विरोध स्वरूप काली पट्टी बांधने के संबंध में योगी सरकार ने कड़ी कार्रवाई करते हुए दो और कांस्टेबलों को सस्पेंड कर दिया, जबकि 11 पुलिसकर्मियों को लाइनहाजिर कर दिया जिसके बाद राज्यभर के सिपाहियों में नाराजगी फैल गई.

दूसरी ओर, उत्तर प्रदेश में बेसिक शिक्षा विभाग ने 4 हजार उर्दू शिक्षक भर्ती को निरस्त कर दिया है. राज्य की बीजेपी सरकार ने कहा कि यहां पर जरूरत से ज्यादा उर्दू शिक्षक हैं अब और शिक्षकों की जरूरत नहीं रह गई है.

Post a Comment

0 Comments