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गीता मेहता ने पद्म अवार्ड लेने से मना कर दिया, लेकिन उन्हें दिया ही क्यूँ जा रहा था....??????

गीता मेहता ने पद्म अवार्ड लेने से मना कर दिया, लेकिन उन्हें दिया ही क्यूँ जा रहा था....?????

गीता मेहता और उनके पति भारत में नहीं बल्कि अमेरिका में रहते हैं...
PMO (प्रधानमंत्री कार्यालय) से एक फ़ोन उनके भारतीय निवास पर आता है... बात जिसने भी की हो, घर का नौकर ख़ुश है कि उसे ख़ुद मोदी जी फ़ोन करते हैं


PMO नौकर से नम्बर माँगता है, जो उसके पास नहीं होता....
एंबेसी से नम्बर निकलता है,
गीता मेहता को मिलने के लिए बुलाया जाता है...


प्राइममिनिस्टर से लम्बी मीटिंग होती है (क्या किसी और अवार्ड विनर से इतनी लम्बी मीटिंग की मोदी जी ने?)

आख़िरकार डेढ़ घंटे मोदी जी से बात करने के बाद गीता ख़ुद उठ जाती हैं ये कहके कि आप पीएम हैं, काफ़ी काम होगा आपको....

इसके बावजूद उन्हें अवार्ड दे दिया जाता है, जिसे वो ये कहकर ठुकरा देती हैं, कि ऐन चुनाव से पहले इस तरह के अवार्ड लेना या देना लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं..
अब सवाल ये उठता है कि गीता मेहता में PMO का इतना इंटरेस्ट क्यूँ?????

गीता मेहता उडीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की बहन हैं इसलिए या फिर कई मशहूर लोगों की सोच और जीवनी पर किताबें लिखी हैं इसलिए या गीता मेहता के पति सोनी मेहता "पब्लिशिंग हाउस अल्फ्रेड ए-नोफ" के चेयरमैन हैं, जो सिर्फ़ ओबामा और बुश जैसे दिग्गजों की किताबें और जीवनियाँ ही छापते हैं. सिर्फ इसलिए या फिर वही घिसा पिटा डायलॉग - इनसे और इनके साहित्य से हम बहुत प्रभावित हैं 

इसके बावजूद उन्हें अवार्ड दे दिया जाता है, जिसे वो ये कहकर ठुकरा देती हैं, कि ऐन चुनाव से पहले इस तरह के अवार्ड लेना या देना लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं....

अब सवाल ये उठता है कि गीता मेहता में PMO का इतना इंटरेस्ट क्यूँ?????
बाक़ी आप लोग ख़ुद समझदार हैं.

आपका मित्र : उदय सिंह यादव

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